एक तरफ़ा इश्क || मेरा एक तरफा प्यार हिंदी कविता ! ||
|| My First Side Love Poem In Hindi ||
मुस्कराहट मेरी तुझ से थी !
तो मैं तुझसे कहा क्यूँ नहीं !!!
चाहत मेरी तुम में थी !
तो मैं डरता रहा क्यूँ तुझसे !!!
हर रोज तुम मुस्कुरा देती थी !
देख कर मुझे ,
पर मैं तुम्हें ख़ामोशी से देखता रह जाता था !!!
क्यूँ ,,,
तेरे आने के वक़्त में ,
और जाने के वक़्त में ,
मेरी नजरें घड़ी पर ,
पड़ जाती थी !!!
क्यूँ ,,,
तेरे पीछे जाने के वक़्त ,
मेरा स्वाभिमान बीच में आ जाता था !!!
क्यूँ ,,,
फिर मैं मुकुर जाता था !
तुझ से प्यार करने से।
क्यूँ ,,,
दिन हो या रात हो ,
मेरे ख्यालों में तेरा नाम आ जाता हैं !!!
क्यूँ ,,,
तुझ से बिछड़े काफी वक्त हो चुका हैं !
फिर भी मेरी एक तरफ़ा इश्क़ गहरी होती जा रही हैं !!!
क्यूँ,,,
वक़्त काफी जा चुकी हैं !
फिर भी ख्याल तेरा सोते वक्त आता हैं !!!
क्यूँ ,,,
एक तरफ़ा इश्क |
एक तरफ़ा इश्क |
एक तरफ़ा इश्क |
हिंदी प्रेम कविता
Reviewed by Aapni Lafj
on
August 29, 2018
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